प्यार से या मार से, नशा छुड़वाकर माने अन्ना

गुरुवार, 15 सितंबर 2011

प्यार से या मार से, नशा छुड़वाकर माने अन्ना: मुंबई [ओमप्रकाश तिवारी]। महाराष्ट्र के जिस गांव में कभी शराब की 30 से ज्यादा भट्ठियां रही हों, वहां पिछले 15 साल से किसी भी दुकान पर पान का एक बीड़ा या गुटखे की एक पुड़िया तक नहीं बिक रही। अपने गांव रालेगण सिद्धि में अन्ना हजारे को यह चमत्कार करने...

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